वे धर्म का डर देंगे 
वे जाति का डर देंगे 
वे ईश्वर का डर देंगे 
वे संस्कृति का डर देंगे 

तुम्हें वो सबकुछ देंगे जिनसे तुम डर सको 

तुम जितना डरोगे, 
वे उतने ही आततायी होते चले जायेंगे