sureshjain.com2024-02-15T14:51:53+05:30 तेरे इख़्तियार में क्या नहीं, मुझे इस तरह से नवाज़ दे यूँ दुआएँ मेरी क़ुबूल हों, मेरे दिल में कोई दुआ न हो