अपनी बेटी को ज्ञान देकर अच्छे और बुरे का, उसे इस गंदे समाज का आईना दिखाता है, एक पिता ही है जो मजबूती से हांथ पकड़कर, उसे कदम से कदम मिलाकर चलना सिखाता है..
10Feb
अपनी बेटी को ज्ञान देकर अच्छे और बुरे का, उसे इस गंदे समाज का आईना दिखाता है, एक पिता ही है जो मजबूती से हांथ पकड़कर, उसे कदम से कदम मिलाकर चलना सिखाता है..