ये जो मेरे मुंह पर मेरे और तुम्हारे मुंह पर तुम्हारे हितैषी हैं, स्वार्थी, चालबाज और गद्दार है वो जिनकी फितरत ऐसी है..!!
25Nov
ये जो मेरे मुंह पर मेरे और तुम्हारे मुंह पर तुम्हारे हितैषी हैं, स्वार्थी, चालबाज और गद्दार है वो जिनकी फितरत ऐसी है..!!