07Aug07/08/2023 sureshjain.com2023-08-04T15:11:01+05:30 पीड़ा कितनी भी हो अब हालातों से समझौता कर लेता हूं, सुन ना सके कोई चीखें मेरी इसलिए होंठ सिल लेता हूं..!! विरक्ति