sureshjain.com2024-08-28T12:36:02+05:30 तेरी अदाओं को और निखारती तेरी जुल्फें वार कर गयीं, तेरा श्रंगार करती बरसात कि बूंदें, मेरी जां निसार कर गयीं..!! विरक्ति