दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !

” मैं शायर तो नहीं “

कुछ यहां से, कुछ वहां से…

सबका धन्यवाद !

चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !