sureshjain.com2024-04-03T14:43:31+05:30
हर मुश्किल से टकराना चाहता हूं ,
तू इश्क़ कर मैं निभाना चाहता हूँ !!
sureshjain.com2024-08-27T18:04:05+05:30
उम्मीद ना कर किसी से इस दुनिया में हमदर्दी की... बड़े प्यार से जख्म देते है शिद्दत से चाहने वाले...!!
sureshjain.com2023-07-06T22:22:44+05:30
गिरने के बाद समझ आया ,
यहां चलना भी खुद है संभलना भी खुद है …
sureshjain.com2024-08-27T15:54:07+05:30
हमारा चरित्र कितना ही दृढ़ हो, पर उस पर संगति का असर अवश्य होता है।" प्रेमचन्द
sureshjain.com2024-04-11T10:36:15+05:30
शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है
जिस डाल पे बैठे हो वो टूट भी सकती है
sureshjain.com2024-03-04T10:39:14+05:30
सुंदरता का मोह त्याग चूके है हम , जिसे पसंद आना था आ चूके है हम...
sureshjain.com2023-07-06T22:21:55+05:30
तमाम इश्क के शहर मालिक अब आग में जलते हैं
मज़हब के पैरों से लोग आशिकों के सर कुचलते है
sureshjain.com2023-07-06T22:18:29+05:30
मुझसे ना मिल सकेगा किसी का मिजाज़ ,
मुझको तो अब गुलाब भी काले पसन्द हैं…..🖤
sureshjain.com2024-08-28T13:49:52+05:30
वो इंसान दुनिया में सबसे धनवान है,
जो कम से कम में भी संतुष्ट है,
क्योंकि संतुष्टि ही प्रकृति की दौलत है !
sureshjain.com2023-07-06T22:23:51+05:30
जरा भी असर नहीं होता मुझ पर इन सांपों के ज़हर का,
मैंने अपनी जवानी में एक मशहूर नागिन को मुंह लगाया था !
sureshjain.com2024-03-04T12:31:21+05:30
हकीकत से सामना हुआ तो, पता चला लोग सिर्फ बातों से अपने थे....
sureshjain.com2024-08-28T12:22:18+05:30
मंज़िल को अगर पाने की होड़ है तो फिर क्या फर्क पड़ता कि राहों मे कितनी मोड़ है
sureshjain.com2024-08-28T12:58:06+05:30
वो वक्त और था जब दिल से मुस्कुराया करते थे.. अब चेहरे की खुशी का दिल से कोई वास्ता नहीं..!!
sureshjain.com2024-04-26T12:21:06+05:30
दोबारा लौट कर शायद मेरा बचपन चला आए
अगर पापा ख़्वाब में आ जाए तो नादान हो जाऊँ
sureshjain.com2024-02-09T11:43:06+05:30
कितने झूठे थे ना हम दोनों मोहब्बत में, बिछड़ कर खुश तुम , और जिंदा मैं भी हूं ||
sureshjain.com2023-12-05T18:42:04+05:30
व्यापार या व्यवहार उन लोगों से रखो जिनकी जान से ज्यादा जुबान कीमती हो..
sureshjain.com2023-07-06T22:17:44+05:30
मेरी दोस्त ने अभी कहा - ये जो लड़कियां होती है ना, इनसे आप थोड़ा दूर रहा करिए!….
इनके पास रोने के सिवा कुछ नहीं होता.
sureshjain.com2023-07-06T22:18:19+05:30
क्यूँ हर दफ़ा ख़ुशियों की क़ीमत आंसुओं से चुकानी पड़ती है..?
दर्द छुपाते छुपाते,
दर्द में जीने की आदत हो गई !
” मैं शायर तो नहीं “
कुछ यहां से, कुछ वहां से…
सबका धन्यवाद !
चेहरे पर चेहरा लगाना पड़ता हैं,
मैं ठीक हूं ये कहकर मुस्कुराना पड़ता हैं !