ए-दोस्त तेरा चंद पल झूठा प्यार मुझे जिंदगी भर के लिए तबाह कर गया..

जो गर्दन हर जगह झुक जाए, उसपर ताज अच्छे नहीं लगते...

हम ताश के वो इक्के हैं, जो बुरे वक्त में सबको याद आते हैं...

कर्म बदलिए, भाग्य अपने आप बदल जाएगा…

एक हल्की सी मुसकुराहट से शुरू हुई मोहब्बत, हज़ार आसूं बहाने से भी खत्म नहीं होती...