विवाह शब्द में "वाह" जितना सुस्पष्ट है
"आह" उतना ही छुपा हुआ है।

कुँवारे लोग सुस्पष्ट वाह ही देख पाते है
जबकि "आह" को वही समझ सकते है जो विवाहित हैं